कथावाचक के वीडियो से मुस्लिम युवती ने रची ऐसी साजिश, पुलिस भी खुलासे के बाद रह गई हैरान
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक चौंकाने वाला हत्याकांड सामने आया है, जिसमें एक महिला ने पहचान छुपाकर विवाह किया और फिर संपत्ति के लालच में पति की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया है।
📍 मामला: कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र में मिला शव
कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान 45 वर्षीय इंद्र कुमार तिवारी, निवासी बढ़वार, जबलपुर (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है। शव की पहचान सोशल मीडिया और सेंट्रल पोर्टल की मदद से की गई, जिसमें मृतक के भाई अजय तिवारी ने पुष्टि की।
📚 कथावाचक से मिली जानकारी से रची गई साजिश?
जानकारी के अनुसार, इंद्र कुमार तिवारी संस्कृत विद्यालय में शिक्षक थे और शादी की इच्छा लेकर जबलपुर से गोरखपुर आए थे। उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के दरबार में अपनी शादी को लेकर सवाल पूछा था। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे गोरखपुर की रहने वाली एक मुस्लिम युवती ने देखा और इसके बाद योजना बनाई।
👰 शादी की झूठी कहानी और नकली पहचान
आरोपी युवती ने खुद को “खुशी तिवारी” नाम से पेश करते हुए इंद्र कुमार से संपर्क किया और खुद को अविवाहित बताते हुए विवाह का प्रस्ताव दिया। बाद में इंद्र कुमार को गोरखपुर बुलाकर हिंदू रीति से शादी रचाई। विवाह के दौरान आरोपी ने उनसे जेवरात और नकद राशि भी हासिल कर ली।
🔪 हत्या और शव की पहचान
शादी के कुछ ही समय बाद युवती ने अपने साथियों के साथ मिलकर इंद्र कुमार की हत्या कर दी और शव को कुशीनगर क्षेत्र में फेंक दिया। शव बरामद होने के बाद काफी समय तक उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। बाद में जब पुलिस ने शव की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की, तब उनके भाई ने पहचान की पुष्टि की।
👮 पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी युवती का असली नाम साहिबा बानो है, जो देवरिया की रहने वाली है और गोरखपुर में एक युवक के साथ रह रही थी। उसी युवक और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
🚨 गिरफ्तारी और कबूलनामा
कुशीनगर के एसपी संतोष कुमार ने मीडिया को बताया कि आरोपी साहिबा बानो को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
📌 निष्कर्ष
यह घटना न केवल समाज को झकझोर देने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित जानकारी कैसे अपराध के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद है कि अन्य आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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